चैनल न चुनने वालों को दिखने लगा टीवी पर अंधेरा

टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने डिस्ट्रीब्यूशन ऑपरेटर्स (केबल और डीटीएच कंपनियों) को अपने कन्ज्यूमर्स को 1 फरवरी तक नए टैरिफ सिस्टम पर लाने का निर्देश दिया था। इस सिस्टम के तहत कन्ज्यूमर्स केवल उन्हीं चैनलों को चुनेंगे और भुगतान करेंगे जिन्हें वे देखना चाहते हैं।
हटाए गए लोकप्रिय चैनल
ट्राई ने ऑपरेटर्स से कन्ज्यूमर्स के लिए सिग्नल बंद नहीं करने को कहा था, लेकिन इन ऑपरेटर्स के बहुत से एग्जिक्यूटिव्स और कन्ज्यूमर्स ने बताया कि कुछ चैनल बंद किए जा रहे हैं। एक बड़े मल्टी-सिस्टम ऑपरेटर के सीनियर एग्जिक्यूटिव ने कहा, सभी डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म ने इस पर सहमति जताई है कि नए टैरिफ सिस्टम को लागू करने की प्रक्रिया तेज करने के लिए कुछ लोकप्रिय चैनलों को हटाना अच्छा तरीका है। हम विभिन्न शहरों में चैनल बंद कर रहे हैं। इससे कन्ज्यूमर्स सक्रिय हुए हैं और अपने लोकल केबल ऑपरेटर्स को कॉल कर रहे हैं।
मुंबई, कोलकाता, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, आगरा और अन्य बड़े और छोटे शहरों के कन्ज्यूमर्स कुछ चैनल बंद होने की समस्या का सामना कर रहे हैं।
यह जानकारी मिली है कि ब्रॉडकास्टर्स ने 14 फरवरी से नए टैरिफ के अनुसार बिल देने का फैसला किया है। पे चैनल नहीं चुनने वाले कन्ज्यूमर्स का केवल फ्री-टु-एयर चैनल ही मिलेंगे। हिंदुजा ग्रुप की इंडसइंड मीडिया एंड कम्युनिकेशंस के चीफ एग्जिक्यूटिव, विंस्ले फर्नांडिस ने बताया, ब्लैकआउट नहीं होगा, लेकिन डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म्स ने पोस्ट पेड बिलिंग के मामले में फ्री टु एयर चैनलों पर सब्सक्राइबर्स को डाउनग्रेड करने का फैसला किया है।
एनुअल या लॉन्ग-टर्म पैकेज चुनने वाले कन्ज्यूमर्स के लिए स्थिति अभी भी स्पष्ट नहीं है। ट्राई ने एक विशेष अवधि के लिए एडवांस में टैरिफ चुकाने वाले कन्ज्यूमर्स के लिए प्राइस में बढ़ोतरी न होने का नियम तय किया है, लेकिन डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म्स को आशंका है कि ब्रॉडकास्टर्स 14 फरवरी के बाद से ऐसे कन्ज्यूमर्स के लिए भी नए टैरिफ के आधार पर पेमेंट की मांग करेंगे।