...तो राजस्थान में 99 के फेर से बाहर आ गई कांग्रेस
राजस्थान में कांग्रेस की सरकार को अब पूर्ण बहुमत मिल गया है। दो सौ सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस के पूरे सौ सदस्य हो गए हैं। 31 जनवरी को अलवर जिले के रामगढ़ विधानसभा चुनाव का नतीजा भी सामने आ गया। यहां कांग्रेस की उम्मीदवार श्रीमती साफिया खान ने 12 हजार मतों से भी ज्यादा की जीत दर्ज की है। मेव समुदाय बहुल्य रामगढ़ में भाजपा के प्रत्याशी खुशवंत सिंह दूसरे और बसपा के जगत सिंह तीसरे स्थान पर रहे हैं।
रामगढ़ की जीत के साथ ही राजस्थान में पूर्ण बहुमत वाली कांग्रेस की सरकार हो गई है। मालूम हो कि दिसम्बर के परिणाम में कांगे्रस के विधायकों की संख्या 99 पर ही अटक गई थी। हालांकि राष्ट्रीय लोकदल एक और बसपा के 6 विधायकों ने बिना शर्त समर्थन देकर कांग्रेस की सरकार बनवा दी थी। रामगढ़ की हार से प्रदेश में भाजपा को झटका लगा है। यहां हिन्दूवादी छवि वाले विधायक ज्ञानदेव आहूजा का टिकिट काट कर खुशवंत सिंह को भाजपा उम्मीदवार बनाया गया था।
रामगढ़ में गत भाजपा के शासन में गाय को लेकर कई बार तनावपूर्ण हालात हुए। आहूजा ने विधायक रहते हुए गोतस्करी के भी आरोप लगाए। कांग्रेस ने इस बार जातीय कार्ड खेलते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव जुबेर खान की पत्नी साफिया खान को उम्मीदवार बनाया। हालांकि पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह के पुत्र जगत सिंह ने बसपा उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा, लेकिन बसपा की उपस्थिति भी भाजपा को फायदा नहीं पहुंचा सकी।
मंत्री पद पर दावा
श्रीमती साफिया खान का अब मंत्री पद पर दावा हो गया है। श्रीमती खान के पति कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव हैं और सीएम अशोक गहलोत से भी अच्छे संबंध हैं। वैसे भी साफिया पढ़ी लिखी मुस्लिम विधायक हैं इसलिए मंत्री पद पर दावा सशक्त होता है। साफिया खान पहले भी प्रधान रह चुकी हैं और राजनीति का अनुभव है।