पीरियड्स की शर्म को तोड़ने को नई पहल!
नई दिल्ली। पीरियड्स को लेकर लोग आज भी बोलने में शर्माते हैं...। उनकी इस शर्म को खत्न करने के लिए Menstrual Activism नाम की एक पहल शुरू की गई है। लोग इस Taboo को तोड़ने के लिए सोशल मीडिया पर जम कर लिख रहे हैं।
Menstrual Activism के इस दौर की तुलना 1960s में हुए Women’s Liberation आन्दोलन से की जा रही है। महिलाएं अब बड़ी संख्या में पीरियड ट्रैक करने के Apps भी डाउनलोड करने लगी हैं। कार्यकर्ताओं का कहना है कि इसके बारे में शर्म महसूस करने से ज्यादा जरूरी है इसके बारे में जागरूक होना।
आपको याद होगा...कुछ वक्त पहले Instagram पर कैनेडियन कवयित्री रूपी कौर की एक महिला ने पीरियड के दाग वाली तस्वीर डाली थी। उसके बाद जम कर आलोचना हुई थी। लेकिन उनके 1.8 मिलियन Followers ने उनका समर्थन किया था।
रूपी का कहना था कि छोटे कपड़ों में महिलाओं की तस्वीरें Instagram पर खूब मिल जाती हैं, लेकिन पीरियड के दाग दुनिया को अश्लील लगते हैं। इस सोच को बदलने के लिए Menstrual Activism पर जमकर बोल रही हैं महिलाएं।