कश्मीर में अपवित्र गठबंधन नहीं होने दूंगा: गवर्नर

विधानसभा भंग करने के अपने फैसले पर सत्यपाल मलिक ने सफाई देते हुए कहा उन्होंने किसी के साथ पक्षपात नहीं किया। साथ ही उन्होंने खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हुए कहा कि विधायकों को धमकाया जा रहा था। खुद पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने शिकायत की थी।
गवर्नर सत्यपाल ने कहा, 'जिस दिन से मैं गवर्नर पद पर नियुक्त हुआ हूं उसी दिन से कहता आया हूं मैं राज्य में किसी ऐसी सरकार का पक्ष नहीं लूंगा जिसमें बड़े पैमाने पर खरीद-फरोख्त हुई हो। इसके बजाय मैं चाहता हूं कि चुनाव हों और जनता द्वारा चुनी हुई सरकार बने।'
उन्होंने आगे कहा, 'मुझे पिछले 15 दिनों से खरीद फरोख्त की शिकायतें मिल रही थीं कि विधायकों को धमकाया जा रहा है। महबूबा जी ने खुद ही शिकायत की थी कि उनके विधायकों को धमकी दी जा रही है। दूसरी पार्टी ने कहा कि यहां पैसे बांटने की योजना चल रही है। मैं इसे नहीं होने दूंगा।'