टेरर फंडिंग का पता लगाने के लिए NIA ने मस्जिद में की छानबीन
सलमान मूलत: उटावड़ का रहने वाला है और इस मस्जिद का मुख्य इमाम बताया जाता। पिछले सप्ताह उसकी गिरफ्तारी के बाद चर्चा में आई मरकजी मस्जिद की जांच के लिए एनआईए का स्टाफ मौके पर पहुंचा। टीम में शामिल चार सदस्यों के यहां पहुंचते ही हरियाणा पुलिस की भी चार गाड़ियों ने आकर सुरक्षा प्रबंधों को संभाला।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एनआईए के स्टाफ ने मस्जिद प्रबंधन से जुड़े लोगों से बातचीत की और फिर मस्जिद में अब तक हुए निर्माण खर्च के बजट का आकलन किया। इसके बाद कई रजिस्टर खंगाले। चंदे के माध्यम से आई धनराशी एवं बैंक अकाउंट आदि का विवरण लिया। यह सब करने के बाद स्थानीय ग्रामीणों, पूर्व सरपंचों एवं अन्य लोगों से भी पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए।
सरपंच यूनुस, पूर्व सरपंच अख्तर हुसैन, आस मोहम्मद, खालिद एवं ग्रामीणों ने एनआईए को बताया कि टेरर फंडिंग से इस मस्जिद का कोई लेना-देना नहीं है। आसपास के 84 गांवों के लोगों ने मिलकर चंदे से मस्जिद का निर्माण कराया है।