अब रात 10 बजे से पहले होगी दुल्हन की विदाई और ससुराल में आगमन

चरखी दादरी के गांव खेड़ी बूरा स्थित सांगू धाम पर सांगवान खाप-40 की पंचायत आयोजित की गई। इसमें सामाजिक परंपराओं को बदलने पर मंथन किया गया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पंचायत में सर्वसम्मति से कुछ निर्णयों को बदलने पर सहमति जताई गई। इसमें रात दस बजे से पहले बेटी की विदाई करने और दस बजे से पहले दुल्हन को घर लाने के निर्णय भी शामिल है। इसके अलावा भविष्य में खाप के अधीन आने वाले 40 गांवों में किसी बुजुर्ग या नौजवान की मृत्यु होती है तो उसकी अस्थियां (फूल) गंगा में प्रवाहित करने की बजाय गांव में ही परिजन गड्ढा खोदकर दफना देंगे और उसके ऊपर पौधा भी लगाएंगे।
इस फैसले की अगर कोई भी ग्रामीण अवहेलना करता है तो उसके खिलाफ सामाजिक कार्रवाई की जाएगी। खाप सचिव नरसिंह डीपीई ने की है। वहीं, पंचायत में 11 नवंबर को आयोजित होने हवाली उत्तर भारत की सर्वखापीय और जातीय महापंचायत पर भी मंथन किया गया। यह महापंचायत गांव चरखी स्थित एससीआर स्कूल में आयोजित होगी और इसके लिए उत्तरी भारत की सभी खापों को निमंत्रण भेजे जा रहे हैं।
सुबह करीब साढ़े 11 बजे सांगू धाम पर प्रधान सोमबीर सांगवान की अध्यक्षता में पंचायत शुरू हुई। इसमें मंच संचालन सचिव नरसिंह डीपीई ने किया। पंचायत में खाप के सभी कन्नी प्रधानों और मौजिज लोगों ने भाग लिया।