देश के टुकड़े की बात की तो भेज देंगे जेल: अमित शाह

जयपुर में आयोजित कार्यक्रम में शाह ने कहा, 'जितनी गालियां देनी है, आप दीजिये लेकिन अगर वाणी की स्वतंत्रता के नाम पर देश के टुकड़े-टुकड़े करने की बात होगी तो हर उस आवाज को जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया जाएगा।'
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में बीजेपी की गहरी आस्था है। पार्टी का मानना है कि चुनाव सिर्फ संवैधानिक फेरबदल का जरिया नहीं है बल्कि चुनी हुई सरकार के कामकाज का ब्यौरा देने का एक माध्यम भी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उन्होंने कहा, 'देश भर में करोड़ों घुसपैठिए घुसे हैं। यह हमारे देश के गरीबों के मानवाधिकारों का उल्लंघन नहीं है क्या ? हम सब घुसपैठियों को चुन-चुन के देश से बहार निकालने का काम कर रहें हैं।'
शाह ने कहा, 'उरी में आतंकी हमले के बाद देश में आक्रोश था। लोग सोचते थे कि पूर्व की सरकारों की तरह इस सरकार में भी प्रधानमंत्री का बयान आयेगा। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। 10 दिन के भीतर हमारे जवानों ने पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक करके हमले का बदला ले लिया।'
शाह ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के समाप्त होते ही भारत का नाम अमेरिका और इजरायल जैसे देशों के साथ जुड़ गया जो दुश्मन देश की सीमा में घुसकर अपने शहीद सैनिकों का बदला लेते हैं। बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, 'कांग्रेस को लोकतंत्र पर सवाल उठाने का हक नहीं है, पहले अपनी पार्टी में लोकतंत्र स्थापित करें।'
उन्होंने कहा, '2013 में देश का युवा आक्रोशित था। भारत का सम्मान गिर रहा था, देश में एक के बाद एक घपले-घोटाले हुए। सरकार का हर आदमी खुद को प्रधानमंत्री मानता था और प्रधानमंत्री को कोई प्रधानमंत्री नहीं मानता था।'