अखिलेश यादव ने रखी शर्त- पहले अमर सिंह को पार्टी से निकालिए, तब होगी सुलह
लखनऊ। सत्ताधारी पार्टी समाजवादी पार्टी में पल-पल घटनाक्रम बदल रहा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान और अबु आजमी के साथ मुलायम सिंह से मिलने पहुंचे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने समझौते के लिए शर्त रखी है।
सूत्रों के मुताबिक अखिलेश ने राज्य सभा सांसद अमर सिंह को पार्टी से निकालने की मांग की है। इसके बाद ही सुलह की बात कही है। उधर, मुलायम सिंह यादव ने भाई और सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव को बुलाया। इसके बाद शिवपाल फौरन वहां पहुंचे।
जनसत्ता की रिपोर्ट के अनुसार अखिलेश यादव ने पार्टी में सितंबर से पहले की स्थिति बहाल करने की भी मांग की है। आपको बता दें कि सितंबर से पहले अखिलेश यादव ही सपा के प्रदेश अध्यक्ष थे। इसके साथ ही अखिलेश यादव ने पिता मुलायम सिंह यादव को 207 विधायकों के समर्थन का एक पत्र भी सौंपा।
इससे पहले दोनों धड़ों के समर्थक विधायकों की अलग-अलग बैठक हुई। अखिलेश की बैठक में 198 विधायक और 34 एमएलसी पहुंचे जबकि मुलायम सिंह की बैठक में सिर्फ 60 विधायक ही पहुंचे।
उधर, सपा में पारिवारिक झगड़े की जड़ कहे जानेवाले अतीक अहमद ने भी कहा है कि नेताजी उनके नेता हैं लेकिन अखिलेश यादव ही उनकी पसंद हैं। यानी अखिलेश की अगुवाई में ही चुनाव लड़ना है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उनकी वजह से परिवार और पार्टी में टूट हो रही है तो वह पीछे हटने को तैयार हैं।
सपा में में चल रही उठापटक के बीच राज्य सभा सांसद अमर सिंह ने शनिवार (31 दिसंबर) को कहा कि अखिलेश ने पार्टी की अवमानना की है और उसकी सजा के रूप में ही उन्हें पार्टी से निकाला गया है।
अमर सिंह ने कहा कि उनका पूरा समर्थन मुलायम सिंह यादव के साथ है। अमर सिंह फिलहाल लंदन में हैं। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही वापस आएंगे। उन्होंने तंज कसा आज तो कुछ ऐसा लग रहा है कि राम चंद्र कह गए सिया से ऐसा कलयुग आएगा, बेटा करेगा राज बेचारा बाप जंगल को जाएगा।