सऊदी अरब में जर्मन रक्षा मंत्री ने किया हिजाब पहनने से इंकार
नई दिल्ली। जेला मार्केल की रक्षा मंत्री ने सऊदी अरब में अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान परंपरागत मुस्लिम पोशाक पहनने से इंकार कर दिया। उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने अपनी यात्रा के दौरा रियाद में अबाया, काले रंग की पूरी लंबाई की पोशाक जिससे चेहरे के अलावा पूरा शरीर ढक जाता है वह पहनने से मना कर दिया।
क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन नेता, जर्मनी के इतिहास में पहली महिला रक्षा मंत्री हैं, उनकी प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल सउद के साथ बैठक थी।
उन्होंने जर्मन अखबार बिल्ड से कहा- बेशक, मैं एक देश के रीति रिवाजों का सम्मान करती हूँ। मैं नियमों का पालन करने की कोशिश करती हूँ। लेकिन हर इंसान की एक सीमा होती है। मैं हिजाब नहीं लगाती हूँ और ट्राउज़र पहनती हूँ। मेरे प्रतिनिधिमंडल में कोई औरत अबाया पहनने के लिए बाध्य नहीं है। अपने खुद के कपड़े चयन करने में सक्षम होने के नाते दोनों पुरुष और महिला एक समान हैं।
यह मुझे गुस्सा दिलाता है जब मेरे साथ यात्रा कर रही महिलाओं पर अबाया पहनने के लिए दबाव बनाया जाता है। रियाद में स्थित जर्मन एम्बेसी ने 58 वर्षीय मंत्री और उनके साथियों को पिछले सप्ताह बुधवार को रियाद पहुँचने पर अबाया वितरित किये थे।
उनके इस कदम के बाद एंजेला मेर्केल ने बुर्के पर प्रतिबन्ध लगाने के लिए कहा है। इराकी फार्मासिस्ट हुस्सम अल मोसवी ने ट्वीट किया कि सऊदी अरब का अपमान है। लेकिन उनके इस फैसले से कोई बड़ा विवाद नहीं हुआ है। उनसे पहले भी मिशेल ओबामा, एंजेला मेर्केल, हिलेरी क्लिंटन, कोंडोलीज़ा राइस और लौरा बुश ऐसा कर चुकी हैं।