यहां पेट्रोल 200 रु/लीटर और 2000 में मिल रहा है सिलेंडर
इंफाल। संयुक्त नागा परिषद यानी UNC की अनिश्चितकालीन बंद का ऐलान और 500-1000 रुपये के नोट पर पाबंदी ने मणिपुर के लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। एकतरह जहां UNC की आर्थिक नाकेबंदी की वजह से यहां जरूरी सामानों की किल्लत हो गई है वहीं 500-1000 के नोटों पर रोक आग में घी का काम कर रही है। स्थानीय जनजीवन पर बुरी तरह से प्रभाव हो गया है।
यहां पेट्रोल-डीलज की काला बाजारी जोरों पर है। न्यूज़ २४ के अनुसार प्रवाभित इलाकों में पेट्रोल 200 रूपए लीटर मिल रहा है। सडकों से स्कूली तथा अन्य वाणिज्यक वाहन भी नदारद रहे। नाकेबंदी की वजह से रसोई गैस की आपूर्ति बाधित है और काला बाजार में रसोई गैस के एक सिलेंडर की कीमत 2000 रुपये तक पहुंच गई है।
राज्य में स्कूल वाहनों के न चलने से अधिकतर शैक्षणिक संस्थान बंद रहे। दोनों उपमंडल के लोगों ने भी तुरंत उपमंडल को जिला बनाने की मांग की। जिरिबाम जिला मांग समिति(जीडीडीसी) ने भी इंफाल-जिरिबाम राजमार्ग पर गत सात नवंबर से दोनों उपमंडल को जिला बनाने की मांग को लेकर आर्थिक नाकेबंदी की है।