दिव्यांग को मिला पैरों से कार चलाने का लाइसेंस!
भोपाल, मध्य प्रदेश। दिसम्बर 2014 से पैरों से कार चलाने का लाइसेंस मांग रहे विक्रम अग्निहोत्री को आखिर लायसेंस मिल ही गया। विक्रम ने अपनी कार में आरटीओं से लेकर उप परिवहन आयुक्त को बैठाकर भी व्यस्थ मार्गो पर गाड़ी चला कर दिखा दी।
जब लाइसेंस नही मिला तो उन्होंने प्रदेश के परिवहन मंत्री से लेकर केंद्रीय परिवहन मंत्री और परिवहन मंत्रालय से लेकर प्रधानमंत्री तक अपनी बात रखी।
इसके बाद देश भर के करीब दस लाख से ज्यादा दिव्यांगों के आवेदन के आधार पर केंद्र सरकार ने नियमों में बदलाव कर नोटिफिकेशन जारी किया।
नईदुनिया के अनुसार इसके आधार पर शुक्रवार को विक्रम नायता मुंडला स्थित परिवहन कार्यालय पहुंचे और आरटीओं एमपी सिंह की मौजूदगी में ट्रायल दिया। इसके तुरंत बाद आरटीओं ने उन्हे लाइसेंस भी जारी कर दिया।